उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) हर वर्ष हाईस्कूल (10वीं) और इंटरमीडिएट (12वीं) कक्षा की परीक्षा आयोजित करता है। यूपी बोर्ड 10वीं परीक्षा 2019 और यूपी बोर्ड इंटर परीक्षा 2019 का आयोजन फरवरी, 2019 में कराया जाएगा। हर वर्ष यूपी हाईस्कूल परीक्षा में करीब 35 लाख और इंटर की परीक्षा में करीब 30 लाख विद्यार्थी रजिस्ट्रेशन करवाते हैं। पिछले वर्ष यूपी बोर्ड हाईस्कूल में 75.16 फीसदी और इंटर में 72.43 स्टूडेंट्स पास हुए थे। हाईस्कूल और इंटर दोनों में लड़कियों ने बाजी मारी थी। हाईस्कूल में 78.8% लड़कियां और 72.3% लड़के पास हुए थे। इंटर में 78.4% लड़कियां और 67.4% लड़के पास हुए थे। पिछले वर्ष यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षाएं 22 फरवरी तक हुईं थी जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा 12 मार्च को समाप्त हुई थीं। पिछले साल परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए योगी सरकार की सख्ती की वजह से 10 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने परीक्षा छोड़ दी थी। 2018 में यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटर के नतीजे एक ही दिन 29 अप्रैल को घोषित कर दिए थे। परीक्षा के नतीजे इस बार भी अप्रैल माह में जारी होने की संभावना है।
यूपी बोर्ड की 2019 में प्रस्तावित हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए तकरीबन 10 लाख परीक्षार्थी कम हो गए हैं। 2019 की परीक्षा के लिए 56 लाख 46 हजार छात्र-छात्राओं का पंजीकरण हुआ है, जबकि 2018 में 10वीं-12वीं की परीक्षा में 66.39 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत थे।
10वीं-12वीं के पंजीकरण की डेडलाइन 20 अगस्त को रात 12 बजे तक थी। बोर्ड से जो आंकड़ें मिले हैं, उसके मुताबिक हाईस्कूल में 31.56 लाख और इंटरमीडिएट में 24.90 लाख छात्र-छात्राओं का पंजीकरण हुआ है। पिछले साल हाईस्कूल में 36,56,272 और इंटर में 29,82,996 यानि 6639268 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। माना जा रहा है कि नकल पर सख्ती और आधार की अनिवार्यता आदि के कारण बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या में कमी आई है।
पिछले साल कक्षा 9 में 30,50,998 और कक्षा 11 में 23,61,494 छात्र-छात्राओं का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हुआ था। इससे साफ है कि हाईस्कूल में तकरीबन एक लाख और इंटर में सवा लाख परीक्षार्थी ऐसे हैं जो 2018 की परीक्षा में फेल थे और 2019 की परीक्षा के लिए दोबारा पंजीकरण कराया है।
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